तारपीन के तैल के फायदेमंद नुस्खे
क्या आप भी अपने बच्चे की बार बार सर्दी जुकाम की समस्या से परेशान हैं तो चिन्ता ना करे तारपीन का तैल जुकाम और फ्लू वायरस का इलाज में भी तारपीन के तेल बहुत उपयोगी है 2 से 3 बूँद तैल बच्चे की छाती पर सुबह शाम लगाए
साइनस- अगर आप साइनस की समस्या से परेशान हैं इसके लिए पांच बूंद तारपीन का तैल एक बडा चम्मच जैतून का तैल में मिलाएं। और बन्द नाक और संक्रमण से छुटकारा पाने के लिए नाक में इसके मिश्रण की 2 या 3 बूंद डालें।
खाँसी की समस्या से छुटकारा- उपरोक्त मिश्रण को छाती और पीठ पर मालिश करें। इसके अलावा चीनी की डली पर 1-3 बूंद तारपीन का तेल डाल कर लेने से आपको खांसी की समस्या से आराम मिलता है।
जू की समस्या से छुटकारा पाए 2 हफ़्तों में:-
अक्सर बच्चो को जूं की समस्या बहुत होती है बहुत बार उनको सिर में जू की वजह से शर्मिन्दा होना पड़ता है जू से निपटने के कई उपचार और नुस्खे खतरनाक साबित हो सकते हैं, खासकर यदि उनका उपयोग बार-बार करना पड़े तो। लेकिन तारपीन के तेल का इस्तेमाल नारियल के तैल के साथ मिलाकर करना बहुत सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है। नारियल के तैल के 10 भाग (या जैतून या मेयोनीज ) में एक भाग ही तारपीन का तेल मिलाएं। सर पर ध्यान से अच्छे से मालिश करें और सारे बालों पर तैल अच्छे से लगाएं। इसके बाद सर को प्लास्टिक पॉलीबैग से ढंक लें और इसके ऊपर तौलिया बांध लें। घंटे भर बाद बाल धो लें। यह उपाय हफ्ते में दो बार करें। और आप पाएंगे कि आपके सिर से जू खत्म हो गयी है।
गठिया बीमारी से निजात पाये:-
गठिया जैसी गंभीर बीमारियों में भी तारपीन का तैल लाभकारी जिनमें जोड़ों में दर्द होता है। गठिया रोग के लिए अरंडी का तैल का इस्तेमाल भी अच्छा होता है इसलिए इसमें तारपीन के तैल को मिलकर लगाना बहुत अधिक फायदेमंद है। मालिश के लिए तीन भाग अरंडी का तैल ले, तथा जैतून या नारियल का तैल में एक भाग तारपीन का तैल मिलाएं। और सुबह शाम मालिश करे
ध्यान दे उसको संवेदनशील या कटी-फटी हुई त्वचा पर इस तेल का उपयोग कभी ना करें।
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